बड़ा धन्यवाद ब्लॉग-अड्डा एवं प्रिन्गो का, इस अनोखे विषय “ Whack!! this Wednesday ” पर ब्लॉग आमंत्रण हेतु. इस विषय को देखते ही यूँहीं दिमाग में ये विचार आया की इस पर कुछ हिंदी में लिखा जाये. वैसे भी जब कुछ अत्यंत ही निर्लज्जों को रास्ते-बरास्ते अपनी मूर्खता का प्रदर्शन करते देखता हूँ तो मातृभाषा में कुछ वास्तव में “ ज़ोर से एक घींच कर लगाने का मन करता है ”, जिसे हम अंग्रेजी में “whack” कह रहे. तो भई, ये रही कुछ एक बातें-घटनाएँ जिनके होने पर दिमाग बस एक ही बात आती है “अभी लगाऊं जोर से एक” : 1. ये निर्लज्ज प्राणी, हमारे देश में बड़ी ही आसानी से खोजा जा सकता है. आप सीढ़ियों से नीचे उतर रहे हों या सुबह-सुबह बगीचे में टहल रहे हों या सड़क पर अपने वाहन से सफर कर रहे हों....ये विशिस्ट प्रकार का मनुष्य अपने घृणित कर्म के चिन्ह दीवारों और सड़कों पर थूकते हुए दिखाई पड़ ही जाएगा. जब भी देखता हूँ, मन करता है पटक के मारूं और वहीं झाड़ू-पोंछा भी कराऊं. समझ नही आता, कोई व्यक्ति सौंदर्य-बोध विहीन कैसे हो सकता. अरे भाई, तुम्हारा अपना देश है, तुम्हारे घर का ही एक बड़ा स्वरुप है....इसको साफ
My travel and Bullet ride stories, random thoughts, photography and many other chaotic expressions as a Ghumakkar...